Thursday, December 15, 2011

!!!!!मत छेड़ो ये राग बसंती !!!!!!!!!!!!!!

मत छेड़ों ये राग बसंती , 
देश आग में जलता हो जब ,
लोग बिलखते ,रोते बच्चे ,
मांएं बिह्वल ,सूनी मांगें ,
गिद्ध प्रफुल्लित ,हैं सियार खुश ,
सोते शेर ,
राज बकरी का ,
कब तक आखिर कब तक ?,
सोओगे भारत वासी ,
उठो करो सिंहनाद फिर ,
ध्वंस करो अन्याय ,
फिर कायम हो गंगा जमुनी ,
फिर गूंजे सूरनाद शांति का ,
मत चुको जागो रघुवीर !!!!!!!!!
self
२४/११/2011
डॉ रविन्द्र सिंह

No comments:

Post a Comment